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**पीलीभीत पूरनपुर भीषण गर्मी के चलते सूख गई नदी की जलधारा,*

जलीय जीव जंतुओं पर संकट नहर की सीपेज का पानी गोमती नदी की धारा में बन सकता है सहायक

**पीलीभीत पूरनपुर भीषण गर्मी के चलते सूख गई नदी की जलधारा,*

 

जलीय जीव जंतुओं पर संकट नहर की सीपेज का पानी गोमती नदी की धारा में बन सकता है सहायक

 

13 मील हरदोई ब्रांच नहर से निकले नाले से सीधे नदी में पहुंच सकता है पानी

 

*बलदेव सिंह संधू*

पूरनपुर।भीषण गर्मी के चलते गोमती नदी की जलधारा सूख गई है। माना जा रहा है कि 13 मील हरदोई ब्रांच नहर के सीपेज का पानी गोमती नदी में पहुंचे तो अविरल धारा प्रवाहित होगी। बताते है कि नहर से निकले नाले की सफाई न होने से खेतों में जलभराव होता रहता है। अगर नाले की साफ-सफाई हो जाए तो सीपेज का पानी सीधे नदी तक पहुंचने लगेगा।

आदि गंगा मां गोमती नदी की अविरल धारा बहाने के लिए लंबे समय से प्रयास होते चले आ रहे हैं लेकिन पूरी तरह से सफलता नहीं मि पा रही है। तत्कालीन डीएम पुलकित खरे ने माधोटांडा गोमती उदगम स्थल से शाहजहांपुर की सीमा तक मनरेगा से नदी की साफ-सफाई व खुदाई का कार्य कराने के साथ पक्के घाट का निर्माण कराया। उस वक्त नदी की धरा प्रवाहित भी होने लगी थी लेकिन धीरे-धीरे स्थिति पहले जैसी ही बन गई। इस साल तो नदी की जलधारा ही सूख गई है। माधोटांडा से शाहजहांपुर की सीमा तक कुछ ही जगह गड्ढों में पानी है। ऐसे में नदी के जलीय जीव जंतुओं का जीवन भी खतरे में हैं। पिछले माह गांव घाटमपुर के गोमती भक्त लक्ष्मण वर्मा ने सूख रही नदी की जलधारा और जलीय जीव जंतुओं के जीवन को बचाने की मांग उठाई। इसपर कलीनगर एसडीएम आशुतोष गुप्ता और पूरनपुर तहसीलदार वीरेंद्र कुमार ने प्रयास शुरू किए। वर्षों से बंद पड़े उदगम स्थल के सरोवर तक जाने वाले नाले की खोदाई कराई। इससे सरोवर में पानी की कमी दूर तो हुई लेकिन जलधारा आगे नहीं बढ़ी। ऐसे में नदी की साफ-सफाई की मांग उठी। ग्रापं कल्यानपुर के रोजगार सेवक विद्या राम ने मनरेगा से कार्य कराकर अपने क्षेत्र में नदी का स्वरूप बदल दिया है लेकिन अन्य पंचायतों में कार्य होना बाकी है। इधर, लोगों ने नदी की सफाई के साथ हरदोई ब्रांच नहर के सीपेज के पानी वाले नालों से भी खरपतवार हटाए जाने की मांग उठाई है। उनका कहना है कि 13 मील के पास हरदोई ब्रांच नहर के सीपेज के पानी का नाला गोमती नदी में जाकर मिलता है। इसमें खरपतवार होने से सीपेज का पानी खेतों में भरा रहता है। इससे पंचायत अभयपुर माधोपुर, जगतपुर जमुनिया, दंदोल कालोनी, घुंघचाई आदि ग्राम पंचायतों के किसानों के खेतों में फसलें बर्बाद होती हैं। अगर नहर के सीपेज के पानी वाले नालों की साफ-सफाई हो जाए जो पानी सीधे गोमती नदी में पहुंचेगा। सूख गई जलधारा प्रवाहित होने लगेगी।

वन्दे भारत लाईव टीवी पीलीभीत ब्यूरो बलदेव सिंह संधू

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